मुल्लाओं के दो ही काम होते हैं-एक अपने धर्म का प्रचार करना, जो मुला ब्लोगर कर रहे हैं दूसरा काम- हिन्दुओं महिलाओं को फंसाना, जो महफूज कर रहा है. हिन्दू महिलाओं को फंसाने को "हीरोगिरी" समझता है. साले हिन्दू ब्लोगर भी अपनी ही बहनों को फंसाने वाले को कुछ नही कहते.
मुल्लाओं के दो ही काम होते हैं-एक अपने धर्म का प्रचार करना, जो मुला ब्लोगर कर रहे हैं दूसरा काम- हिन्दुओं महिलाओं को फंसाना, जो महफूज कर रहा है. हिन्दू महिलाओं को फंसाने को "हीरोगिरी" समझता है. साले हिन्दू ब्लोगर भी अपनी ही बहनों को फंसाने वाले को कुछ नही कहते.
मुल्लाओं के दो ही काम होते हैं-एक अपने धर्म का प्रचार करना, जो मुला ब्लोगर कर रहे हैं दूसरा काम- हिन्दुओं महिलाओं को फंसाना, जो महफूज कर रहा है. हिन्दू महिलाओं को फंसाने को "हीरोगिरी" समझता है. साले हिन्दू ब्लोगर भी अपनी ही बहनों को फंसाने वाले को कुछ नही कहते.
जब हिन्दू महिलायें मुसलमानों से फंसने को तैयार बैठी हैं तो कोई क्यों न फंसाए? महफूज को क्यों कुछ कहते हो. तुमसे अपनी बहन-बेटियां काबू में नही रखी जाती ?
जब हिन्दू महिलायें मुसलमानों से फंसने को तैयार बैठी हैं तो कोई क्यों न फंसाए? महफूज को क्यों कुछ कहते हो. तुमसे अपनी बहन-बेटियां काबू में नही रखी जाती ?
‘आदमी को अपना बच्चा और पराई औरत दोनों ही अच्छे लगते हैं‘ यह एक कहावत है। क्या आपने कभी सोचा है कि आखि़र ये दोनों क्यों अच्छे लगते हैं ? यह बताया जायेगा आपको अमन के पैगाम पर जल्द ही . तब तक इंतज़ार कीजिये . और इंतज़ार का मज़ा लीजिये .
. . . एक बालिग चाहे लड़का हो या लड़की, उसे फंसाया या बहलाया नहीं जा सकता है... अब कहे चाहे कोई कुछ भी, पर सत्य यही है कि हर कोई अधिक से अधिक विपरीत लिंगियों को अपनी ओर आकर्षित करना चाहता है... 'ग्लैमरस' सही शब्द रहेगा...
1. कुलटा
ReplyDelete2.नहीं
1. कुलटा
ReplyDelete2.नहीं
1. कुलटा
ReplyDelete2.नहीं
1. कुलटा
ReplyDelete2.नहीं
ऐसी कुलटाओं का तो मुंह काला करके गधे पर बिठाकर घुमाना चाहिए
ReplyDeleteऐसे पुरुषों के साथ भी ठीक ऐसा ही किया जाना चाहिए
ऐसी कुलटाओं का तो मुंह काला करके गधे पर बिठाकर घुमाना चाहिए
ReplyDeleteऐसे पुरुषों के साथ भी ठीक ऐसा ही किया जाना चाहिए
bure kam ka bura natija
ReplyDeletebure kaam ka bura natija
ReplyDeletebure kaam ka bura natija
ReplyDelete@Anonymous
ReplyDeleteऐसी कुलटाओं का तो मुंह काला करके गधे पर बिठाकर घुमाना चाहिए
ऐसे पुरुषों के साथ भी ठीक ऐसा ही किया जाना चाहिए
@Thakur M.Islam Vinay
bure kaam ka bura natija
dhnywad
@Thakur M.Islam Vinay
ReplyDeleteमुल्लाओं के दो ही काम होते हैं-एक अपने धर्म का प्रचार करना, जो मुला ब्लोगर कर रहे हैं
दूसरा काम- हिन्दुओं महिलाओं को फंसाना, जो महफूज कर रहा है. हिन्दू महिलाओं को फंसाने को "हीरोगिरी" समझता है. साले हिन्दू ब्लोगर भी अपनी ही बहनों को फंसाने वाले को कुछ नही कहते.
@Thakur M.Islam Vinay
ReplyDeleteमुल्लाओं के दो ही काम होते हैं-एक अपने धर्म का प्रचार करना, जो मुला ब्लोगर कर रहे हैं
दूसरा काम- हिन्दुओं महिलाओं को फंसाना, जो महफूज कर रहा है. हिन्दू महिलाओं को फंसाने को "हीरोगिरी" समझता है. साले हिन्दू ब्लोगर भी अपनी ही बहनों को फंसाने वाले को कुछ नही कहते.
@Thakur M.Islam Vinay
ReplyDeleteमुल्लाओं के दो ही काम होते हैं-एक अपने धर्म का प्रचार करना, जो मुला ब्लोगर कर रहे हैं
दूसरा काम- हिन्दुओं महिलाओं को फंसाना, जो महफूज कर रहा है. हिन्दू महिलाओं को फंसाने को "हीरोगिरी" समझता है. साले हिन्दू ब्लोगर भी अपनी ही बहनों को फंसाने वाले को कुछ नही कहते.
@Thakur M.Islam Vinay
ReplyDeleteक्या इस्लाम यही सिखाता है की दुसरे धर्म की बहन-बेटियों को फांसो
@Thakur M.Islam Vinay
ReplyDeleteक्या इस्लाम यही सिखाता है की दुसरे धर्म की बहन-बेटियों को फांसो
जब हिन्दू महिलायें मुसलमानों से फंसने को तैयार बैठी हैं तो कोई क्यों न फंसाए? महफूज को क्यों कुछ कहते हो. तुमसे अपनी बहन-बेटियां काबू में नही रखी जाती ?
ReplyDeleteजब हिन्दू महिलायें मुसलमानों से फंसने को तैयार बैठी हैं तो कोई क्यों न फंसाए? महफूज को क्यों कुछ कहते हो. तुमसे अपनी बहन-बेटियां काबू में नही रखी जाती ?
ReplyDeleteमहफूज को क्यों कुछ कहते हो. तुमसे अपनी बहन-बेटियां काबू में नही रखी जाती ?
ReplyDeleteमहफूज को क्यों कुछ कहते हो. तुमसे अपनी बहन-बेटियां काबू में नही रखी जाती ?
ReplyDeleteमहफूज को क्यों कुछ कहते हो. तुमसे अपनी बहन-बेटियां काबू में नही रखी जाती ?
ReplyDeleteपर यार तुम अपने ब्लाग पर श्री कृष्ण का चित्र लगा कर ऐसे सवाल क्यों पूछते हो?
ReplyDeleteसवाल ज़रूरी है या विषय
ReplyDelete‘आदमी को अपना बच्चा और पराई औरत दोनों ही अच्छे लगते हैं‘ यह एक कहावत है। क्या आपने कभी सोचा है कि आखि़र ये दोनों क्यों अच्छे लगते हैं ?
ReplyDeleteयह बताया जायेगा आपको अमन के पैगाम पर जल्द ही .
तब तक इंतज़ार कीजिये .
और इंतज़ार का मज़ा लीजिये .
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ReplyDelete.
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एक बालिग चाहे लड़का हो या लड़की, उसे फंसाया या बहलाया नहीं जा सकता है... अब कहे चाहे कोई कुछ भी, पर सत्य यही है कि हर कोई अधिक से अधिक विपरीत लिंगियों को अपनी ओर आकर्षित करना चाहता है... 'ग्लैमरस' सही शब्द रहेगा...
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आदरणीय प्रवीण शाह जी को ज्यादा अनुभव है । ।
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