Thursday, December 2, 2010

अपनी हवस के लिए लड़कों को फंसाने वाली महिलाओं को क्या कहेंगे ?

1. अपनी हवस के लिए लड़कों को फंसाने वाली महिलाओं को क्या कहेंगे ?
2. महिलाओं को फंसाने वाले पुरुष क्या आदर्श हो सकते हैं ?
कृपया अपने अमूल्य सुझाव दें 

25 comments:

  1. 1. कुलटा

    2.नहीं

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  2. 1. कुलटा

    2.नहीं

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  3. 1. कुलटा

    2.नहीं

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  4. 1. कुलटा

    2.नहीं

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  5. ऐसी कुलटाओं का तो मुंह काला करके गधे पर बिठाकर घुमाना चाहिए
    ऐसे पुरुषों के साथ भी ठीक ऐसा ही किया जाना चाहिए

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  6. ऐसी कुलटाओं का तो मुंह काला करके गधे पर बिठाकर घुमाना चाहिए
    ऐसे पुरुषों के साथ भी ठीक ऐसा ही किया जाना चाहिए

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  7. @Anonymous
    ऐसी कुलटाओं का तो मुंह काला करके गधे पर बिठाकर घुमाना चाहिए
    ऐसे पुरुषों के साथ भी ठीक ऐसा ही किया जाना चाहिए

    @Thakur M.Islam Vinay
    bure kaam ka bura natija

    dhnywad

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  8. @Thakur M.Islam Vinay

    मुल्लाओं के दो ही काम होते हैं-एक अपने धर्म का प्रचार करना, जो मुला ब्लोगर कर रहे हैं
    दूसरा काम- हिन्दुओं महिलाओं को फंसाना, जो महफूज कर रहा है. हिन्दू महिलाओं को फंसाने को "हीरोगिरी" समझता है. साले हिन्दू ब्लोगर भी अपनी ही बहनों को फंसाने वाले को कुछ नही कहते.

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  9. @Thakur M.Islam Vinay

    मुल्लाओं के दो ही काम होते हैं-एक अपने धर्म का प्रचार करना, जो मुला ब्लोगर कर रहे हैं
    दूसरा काम- हिन्दुओं महिलाओं को फंसाना, जो महफूज कर रहा है. हिन्दू महिलाओं को फंसाने को "हीरोगिरी" समझता है. साले हिन्दू ब्लोगर भी अपनी ही बहनों को फंसाने वाले को कुछ नही कहते.

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  10. @Thakur M.Islam Vinay

    मुल्लाओं के दो ही काम होते हैं-एक अपने धर्म का प्रचार करना, जो मुला ब्लोगर कर रहे हैं
    दूसरा काम- हिन्दुओं महिलाओं को फंसाना, जो महफूज कर रहा है. हिन्दू महिलाओं को फंसाने को "हीरोगिरी" समझता है. साले हिन्दू ब्लोगर भी अपनी ही बहनों को फंसाने वाले को कुछ नही कहते.

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  11. @Thakur M.Islam Vinay
    क्या इस्लाम यही सिखाता है की दुसरे धर्म की बहन-बेटियों को फांसो

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  12. @Thakur M.Islam Vinay
    क्या इस्लाम यही सिखाता है की दुसरे धर्म की बहन-बेटियों को फांसो

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  13. जब हिन्दू महिलायें मुसलमानों से फंसने को तैयार बैठी हैं तो कोई क्यों न फंसाए? महफूज को क्यों कुछ कहते हो. तुमसे अपनी बहन-बेटियां काबू में नही रखी जाती ?

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  14. जब हिन्दू महिलायें मुसलमानों से फंसने को तैयार बैठी हैं तो कोई क्यों न फंसाए? महफूज को क्यों कुछ कहते हो. तुमसे अपनी बहन-बेटियां काबू में नही रखी जाती ?

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  15. महफूज को क्यों कुछ कहते हो. तुमसे अपनी बहन-बेटियां काबू में नही रखी जाती ?

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  16. महफूज को क्यों कुछ कहते हो. तुमसे अपनी बहन-बेटियां काबू में नही रखी जाती ?

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  17. महफूज को क्यों कुछ कहते हो. तुमसे अपनी बहन-बेटियां काबू में नही रखी जाती ?

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  18. पर यार तुम अपने ब्लाग पर श्री कृष्ण का चित्र लगा कर ऐसे सवाल क्यों पूछते हो?

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  19. सवाल ज़रूरी है या विषय

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  20. ‘आदमी को अपना बच्चा और पराई औरत दोनों ही अच्छे लगते हैं‘ यह एक कहावत है। क्या आपने कभी सोचा है कि आखि़र ये दोनों क्यों अच्छे लगते हैं ?
    यह बताया जायेगा आपको अमन के पैगाम पर जल्द ही .
    तब तक इंतज़ार कीजिये .
    और इंतज़ार का मज़ा लीजिये .

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  21. .
    .
    .
    एक बालिग चाहे लड़का हो या लड़की, उसे फंसाया या बहलाया नहीं जा सकता है... अब कहे चाहे कोई कुछ भी, पर सत्य यही है कि हर कोई अधिक से अधिक विपरीत लिंगियों को अपनी ओर आकर्षित करना चाहता है... 'ग्लैमरस' सही शब्द रहेगा...


    ...

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  22. आदरणीय प्रवीण शाह जी को ज्यादा अनुभव है । ।

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