ब्लोग जगत एक सोचे-समझे षड्यंत्र के अंतर्गत महिलाओं को बदनाम किया जाता है. रचना जी को निशाना बनाया गया. बहन दिव्या को निशाना बनाया गया. प्रश्न यह है की ऐसा क्यों किया जा रहा है. तुच्छ मानसिकता वाले पुरुषो को क्यों कुछ नहीं कहा जाता?
एक मुस्लिम ब्लोगर खुद को पता नही क्या समझता है ? - हिन्दू महिला ब्लोगरों के ब्लोगों पर उछलता रहता है-विशेष बात यह ही की मुस्लिम महिला ब्लोगरों से "प्रेम" नहीं जताता. उस {नामर्द}की सारी मर्दानगी हिन्दू महिला ब्लोगरों के लिए है. (लगता है मुस्लमान लड़कियां उसकी औकात जानती हैं ) चालाकी यह की कुछ महिलाओं को माँ बना रखा है. सब पर लाइन मारता है अपनी माँ की आयु की ब्लोगरों को भी नहीं छोड़ता. उनको i love u कहता है
अब यह प्यार कैसा होगा- बताने की जरूरत नहीं. क्या वह अपनी माँ के साथ भी अवैध संबंध बना सकता है ?
vh sb kuchh kr skta hai kyon ki sasur dwara beti sman bahu se blatkar ko bhi jb vhan jayj krar de kr khud us ke ghrvale ke liye hram kr diya to kya smbhv nhi hai yh in kee fitrt me shamil hai
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